भारत करेगा विश्व की सबसे ऊची रेल लाइन का निर्माण
नई दिल्ली / आने वाले वर्षों में दिल्ली से लेह (जम्मू-कश्मीर) का सफर ट्रेन से संभव हो सकेगा। इसके लिए उत्तर रेलवे ने काम भी शुरू कर दिया है। दुनिया की सबसे ऊंची रेल लाइन परियोजना के तहत हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से लेह तक रेल लाइन बिछाने का सर्वे किया जा रहा है।
तीन चरणों में होने वाले सर्वे का पहला चरण पूरा हो चुका है। सर्वे के बाद रेल लाइन बिछाने का काम शुरू होगा। करीब 465 किलोमीटर लंबी इस रेललाइन पर 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चल सकेगी। इस परियोजना के पूरा होने के बाद दिल्ली से महज 20 घंटे में लेह का सफर संभव हो सकेगा। अभी सड़क मार्ग से जाने में कम से कम 40 घंटे का समय लग जाता हैं। इस परियोजना की अनुमानित लागत 83 हजार 360 करोड़ रुपये है। इस रेल लाइन पर यात्री को 244 किलोमीटर का सफर सुरंग के अंदर करना होगा है। इस पर 74 सुरंग बनेंगी, जिसमें सबसे लंबी 27 किलोमीटर की होगी।
अधिक ऊंचाई की वजह से लेह-लद्दाख में ऑक्सीजन की कमी रहती है। इस ध्यान में रखकर यहां चलने वाली ट्रेन में विशेष तरह के कोच लगाए जाएंगे। स्टेशन के बनावट में भी इसका ध्यान रखा जाएगा कि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
20 October 2018
तीन चरणों में होने वाले सर्वे का पहला चरण पूरा हो चुका है। सर्वे के बाद रेल लाइन बिछाने का काम शुरू होगा। करीब 465 किलोमीटर लंबी इस रेललाइन पर 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चल सकेगी। इस परियोजना के पूरा होने के बाद दिल्ली से महज 20 घंटे में लेह का सफर संभव हो सकेगा। अभी सड़क मार्ग से जाने में कम से कम 40 घंटे का समय लग जाता हैं। इस परियोजना की अनुमानित लागत 83 हजार 360 करोड़ रुपये है। इस रेल लाइन पर यात्री को 244 किलोमीटर का सफर सुरंग के अंदर करना होगा है। इस पर 74 सुरंग बनेंगी, जिसमें सबसे लंबी 27 किलोमीटर की होगी।
अधिक ऊंचाई की वजह से लेह-लद्दाख में ऑक्सीजन की कमी रहती है। इस ध्यान में रखकर यहां चलने वाली ट्रेन में विशेष तरह के कोच लगाए जाएंगे। स्टेशन के बनावट में भी इसका ध्यान रखा जाएगा कि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
20 October 2018
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