सड़क निर्माण के बीच रोड़ा बनी आयुध निर्माणी, NOC न मिलने से आक्रोशित लोगों ने की भूख हड़ताल - UP SANDESH
कानपुर 15 जुलाई 2018 (विशाल तिवारी) विधायक निधि से कैलाश नगर पुलिया के पास से 100 मीटर पक्की सड़क बनने का प्रस्ताव पास होने के बाद अब आयुध निर्माणी रोड के बीच रोड़ा बनकर खड़ी हो गयी है। आयुध निर्माणी की ओर से NOC (नॉट ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) न देने के बाद से इलाकाई लोगों में आयुध निर्माणी के प्रति आक्रोश व्याप्त है, आक्रोशित इलाकाई लोगों ने आज कैलाश नगर पुलिया के पास एक दिन की भूख हड़ताल की।
कैलाश नगर पुलिया के पास से 100 मीटर पक्की सड़क निर्माण का मामला दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है। रविवार को इलाकाई निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट देवेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व मे सैंकड़ों इलाकाई लोगों ने सड़क समस्या को लेकर एक दिन की भूख हड़ताल की। इलाकाई लोगों ने बताया की बारिश में यह सड़क तालाब का रूप ले लेती है। जिस कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, कई लोग यहाँ गिरकर चुटहिल भी हो जाते हैं। जिसकी वजह से क्षेत्र के लोग नर्क की जिंदगी जीने को मजबूर हैं और जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी आँखों पर पट्टियां बांधकर बैठे हुए हैं।
गौरतलब है की कैलाश नगर पुलिया से 100 मीटर पक्की सड़क बनवाने के विषय में आरटीआई एक्टिविस्ट देवेंद्र सिंह ने बीती 8 जुलाई को विधायक सत्यदेव पचौरी से सड़क का निर्माण कराने की गुजारिश की थी। जिसका प्रस्ताव पास भी हो गया था लेकिन उक्त जगह पर रक्षा मंत्रालय का अधिकार होने के कारण अभी तक आयुध निर्माणी की ओर से सड़क बनाने के लिए NOC (नॉट ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) नहीं मिल पाया है।
रोड निर्माण के बीच रोड़ा बनी आयुध निर्माणी
आरटीआई एक्टिविस्ट देवेंद्र सिंह ने बताया की रोड बनवाने के बीच आयुध निर्माणी रोड़ा बनीं हुई है। निर्माणी अधिकारीयों की निष्क्रियता के चलते कैलाश नगर के लोग नर्क की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। उन्होंने यह भी बताया की वे विगत वर्ष 2016 से अब तक सड़क समस्या को लेकर कई बार आयुध निर्माणी के महाप्रबंघक से निवेदन कर चुके हैं लेकिन अभी तक किसी ने इसकी सुध नहीं ली। 20 जुलाई 2016 को आयुध निर्माणी ने इस बात को स्वीकार भी किया था की क्षेत्र में जलभराव की समस्या है लेकिन निर्माणी की तरह से इसका निस्तारण करने के बजाय क्षेत्रवासियों को सिर्फ जवाब देकर संतुष्टि दी गयी। अप्रैल 2017 में देवेंद्र ने आरटीआई के जरिये आयुध निर्माणी से प्रश्न किया की उनकी ओर से जलभराव का निस्तारण करने के क्या प्रयास किये गए.? लेकिन निर्माणी की तरफ से उन्हें यह जवाब मिला की इस संदर्भ में कोई सूचना उपलब्ध नहीं है। आयुध निर्माणी की ओर से गोलमोल जवाब देने का ये सिलसिला बदस्तूर जारी रहा। देवेंद्र ने फरवरी 2017 में आयुध निर्माणी से सड़क बनवाने का निवेदन किया लेकिन इस बार आयुध निर्माणी ने यह जवाब देते हुए की "यह आम रास्ता नहीं है", यह अरमापुर का बाहरी हिस्सा है" इत्यादि गोलमोल जवाब देते हुए सड़क बनवाने से साफ इंकार कर दिया।
देवेंद्र सिंह ने यूपी संदेश न्यूज़ को बताया की विधायक निधि से सड़क बनवाने का प्रस्ताव पास हो गया है लेकिन आयुध निर्माणी की ओर से NOC (नॉट ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) न देने के कारण निर्माणी सड़क निर्माण के बीच रोड़ा बनकर खड़ी हुई है। अगर जल्द ही निर्माणी की ओर से NOC नहीं दी जाती है तो भूख हड़ताल आगे भी जारी रहेगी।


कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें