जेल जाने के डर से युवक ने ट्रेन के आगे छलांग लगाकर दी जान
कानपुर देहात 15 अप्रैल 2018 (अमित राजपूत) मंगलपुर थाना क्षेत्र के करियाझाला गांव में बीते दिनों प्रेमिका द्वारा साथ चलने से मना करने से गुस्साए प्रेमी ने अपनी प्रेमिका पर धारदार चाकू से कई बार हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। रविवार को हमलावर प्रेमी ने पुलिस के भय के कारण झींझक स्थित अक्षयवट आश्रम के पास ट्रैन के आगे छलांग लगाकर खुदखुशी कर ली। सूचना पर पहुंची चौकी पुलिस ने बवाल होने की आशंका को देखते हुए घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। कुछ देर बाद अक्षयवट आश्रम छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मंगलपुर थाना क्षेत्र के करियाझाला गांव निवासी 16 वर्षीय किशोरी अपनी छोटी बहन के साथ शनिवार सुबह करीब 6 बजे शौच क्रिया करने खेतो पर गयी हुई थी। तभी पहले से घात लगाए बैठे प्रेमी ने अपनी प्रेमिका पर चाकू से कई बार हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। ग्रामीणों को आता देख हमलावर प्रेमी घटना स्थल से भाग गया था। ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की सूचना दी सूचना पर घटना स्थल पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने घायल किशोरी को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झींझक में इलाज के लिए भर्ती कराया था। चिकित्सक ने घायल की हालत में सुधार न देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया था। बताया जा रहा था कि थाना मंगलपुर क्षेत्र के करियाझाला गांव निवासी कमल दिवाकर पुत्र श्याम बाबू दिवाकर का गांव की ही एक 16 वर्षीय किशोरी से प्रेम प्रसंग चलता था। एक माह पूर्व प्रेमी युगल गांव से भाग गए थे, जिसके बाद फिरोजाबाद के पास प्रेमिका पकड़ी गई थी। प्रेमिका के परिजन उसे गांव ले आये थे। करीब 5 दिनों पूर्व प्रेमी भी गांव आया था। प्रेमी ने प्रेमिका से दुबारा भाग चलने की बात कही जिसके लिए प्रेमिका तैयार नहीं हुई। साथ चलने से मना करने से गुस्साए प्रेमी ने प्रेमिका पर कई बार चाकू से हमला कर उसे बुरी तरह से घायल कर दिया था। पुलिस हमलावर प्रेमी की तलाश में जुटी हुई थी। जिससे घबराहे युवक ने पुलिस के डर से रविवार झींझक स्थित अक्षयवट आश्रम के पास हमलावर प्रेमी कमल दिवाकर 24 वर्ष पुत्र श्याम बाबू दिवाकर ने भोर पहर ट्रैन के आगे छलांग लगाकर खुदखुशी कर ली। सूचना पर पर पहुंचे थानाध्यक्ष मंगलपुर भूपेन्द्र राठी पुलिस चौकी इंचार्ज झींझक अमर सिंह ने बबाल होने की आशंका को देखते हुए अपनी कुर्सी को बचाने के चक्कर मे उच्चाधिकारियो को घटना की सूचना दी देखते ही देखते अक्षयवट आश्रम छावनी में तब्दील हो गया। मृतक युवक की शिनाख्त कैलाश दिवाकर ने अपने भतीजे कमल दिवाकर के रूप में की। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेजा है।
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