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माहे मुहर्रम का आग़ाज़ आज से


 इस्लामिक कैलेंडर के पहले माह मुहर्रम की आज पहली तारीख है. मुसलमानो के ऐक बड़े हिस्से के लिये ये ऐक ग़म का महीना है जिसमे वो अपने प्यारे नबी मुहम्मद सल्ललाहो वा अलेहे वा सल्लम क नवासे इमाम हुसैन (अ ) की शाहादत का ग़म मनाते हैं
 इस महीने वो अपने इस ग़म का इज़हार मजलिस मातम और जूलूस के ज़रिये करते हैं अपने शहर कानपुर मे भी कल माहे मुहर्र्म का इस्तक़्बाल अलग अलग इलाक़ो मे मजलिस जूलूस और मातम क ज़रिये किया गया. शहर के  अ‍लग अलग इमामबाड़ो मे मुखतलिफ अंजुमनो ने मजलिस मुनक़्क़िद करी और जुलूस निकाले. अंजुमन शमशीरे हैदरी चमन गंज ने भी माहे मुहर्रम का आग़ाज़ ऐक मजलिस के ज़रिये किया मजलिस को मौलाना फिरोज़ हैदर ‘फातिर इसफहानी” साहब पट्कापुर ने खिताब किया. मजलिस अज़ा खाना माजिद अली फोरेमैन साहब , जोंस कांवेट स्कूल, चमन गन्ज मे मुनक़्क़िद हुइ. बाद मज्ल्सि अंजुमन के मातमी दस्ते ने नौहाख्वानी और सीनज़ना करी |


मुहम्म्द हसन नक़वी 
12 September 2018

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