कुदरत का करिश्मा ,14 साल में एक बार खिलाता एक बार खिलता है ये फूल
नई दिल्ली / हम आपको एक और ऐसे फूल के बारे में बताने जा रहे है जो 14 साल में एक बार खिलता है। इस फूल का नाम ब्रह्मकमल है। ब्रह्मकमल नाम का ये फूल 3 हजार मीटर की ऊंचाई पर सिर्फ रात में खिलता है। सुबह होते ही ये फूल बंद हो जाता है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसे देखने दुनियाभर से लोग वहां पहुंच रहे हैं। हाल ही ब्रह्मकमल की तस्वीर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने भी जारी की है। इसे उत्तराखंड का राज्य पुष्प भी कहते हैं। बताया गया है कि केदारनाथ में पुलिस ने ब्रह्मवाटिका बनाई है वहां भी ये फूल खिले हैं। खास बात है कि संभवत: इंसान की बनाई पहली वाटिका है जिसमें ब्रह्मकमल खिले हैं। बदरीनाथ, केदारनाथ के साथ ही फूलों की घाटी, हेमकुंड साहिब, वासुकीताल, वेदनी बुग्याल, मह्महेश्वर, रूप कुंड, तुंगनाथ में ये फूल मिलता है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वन अनुसंधान केंद्र ने राज्य पुष्प ब्रह्मकमल का बीज बैंक तैयार कर लिया है। इसके तहत चमोली जिले के रुद्रनाथ और मंडल वन प्रभाग में तीन-तीन हेक्टेयर में पौधशाला तैयार हो गई है। चीन में भी ब्रह्म कमल खिलता है जिसे ‘तानहुआयिझियान’ कहते हैं जिसका अर्थ है प्रभावशाली लेकिन कम समय तक ख्याति रखने वाला। बता दें कि इसकी सुंदरता और औषधीय गुणों के कारण ही इसे संरक्षित प्रजाति में रखा गया है। ब्रह्मकमल हिमालय के उत्तरी और दक्षिण-पश्चिम चीन में पाया जाता है। यह ब्रह्मकमल हिमालय के बेहद ठंडे इलाकों में ही मिलता है।
13 September 2018
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