उपवास की राजनीति पर उतरी भाजपा और कांग्रेस पार्टियां
कानपुर 10 अप्रैल 2018 (विशाल तिवारी) भाजपा और कांग्रेस पार्टीयों ने उपवास की राजनीति की तरफ कदम बढ़ा दिए हैं। भाजपा जहाँ 12 अप्रैल को उपवास रखने वाली है वहीं कांग्रेस ने तय किया है कि वो 19 अप्रैल को उपवास करेगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सपा, बसपा पार्टी के द्वारा गलत व्याख्या करने का आरोप लगा कर और संसद में कांग्रेस सपा और बसपा के द्वारा बजट सत्र में कोई काम न होने के विरोध में भाजपा सांसद पूरे देश में उपवास का कार्यक्रम करगे हैl अकबरपुर लोकसभा सांसद देवेन्द्र सिंह भोले ने कानपुर प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता में बताया की आगामी 12 अप्रैल को चेतना चौराहे पर जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी और अनीता गुप्ता के साथ एमएलसी अरुण पाठक, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, मनोज सिंह, कमलेश पाठक समेत हजारो भाजपा के नेता उपवास का कार्यक्रम करेंगे l इस अवसर पर देवेंद्र सिंह भोले ने कहा कि इस समय बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की लोकप्रियता, ईमानदारी, लोक कल्याणकारी पारदर्शी विकास कार्यो से बढ़ी है l जिसके कारण विपक्षी दलों की बौखलाहट भी बढ़ रही हैl हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के फैसले की गलत व्याख्या कर के देश के कई भागों में हिंसा का जो खेल रचा गया, वो पूरी तरह उजागर हो चुका है क्योंकि आजादी के बाद से अधिकतर समय कांग्रेस ने सत्ता में रहकर देश का बंटाघार कर दिया हैl कांग्रेस को सत्ता से बर्खास्तगी पच नही रही है। इसलिए स्थानीय स्तर और क्षेत्रीय दल सपा और बसपा के साथ मिलकर देश मे ऐसे हालात पैदा करने पर उतर आये हैl जिससे ईमानदारी और विकास की पटरी पर व्यवस्था को भंग किया जा सकता हैl इसीलिए कांग्रेस सपा और बसपा के इन लोकतंत्र विरोधी कार्यो के विरोध में भाजपा सांसद देश भर में उपवास कर रहे हैंल कानपुर में भी 12 अप्रैल को कचहरी के चेतना चौराहे पर हजारों कार्यकर्ताओ के साथ उपवास करेंगे
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