आँख मूंदे बैठे अधिकारी पाबंदियों को दरकिनार कर बिना हैलमेट आरटीओ में प्रेवश जारी
कानपुर 11 अप्रैल 2018 (विशाल तिवारी) संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में दोपहिया वाहन चालकों के लिए हैलमेट पहनकर आना पिछले मार्च से अनिवार्य कर दिया गया था। बिना हैलमेट पहने आरटीओ के अंदर दोपहिया वाहन चालकों के प्रवेश पर पाबंदी लगायी गयी थी। इसके लिए पीटीओ विनोद कुमार शुक्ला तथा उनकी टीम की ड्यूटी लगायी गयी थी। सरकारी विभाग का निर्देश था, तो यह होना ही था। कुछ दिनो की चली सख्ती के बाद फिर से हैलमेट को लेकर हीलाहवाली चालू हो गयी और अब वाहन सवार बिना हैलमेट के आराम से आरटीओ कार्यालय में प्रवेश करते है।
सरकारी फरमानों को पालन करने का समय कितने दिन का होता यह कानपुर आरटीओ में देखा जा सकता है। यातायात नियमों की अनदेखी और उसके उल्लघंन के कारण होने वाले सडक हादसे में वृद्धि होती जा रही है। जहां लोग बुरी तरह जख्मी होते है तो वहीं जान जाने की भी नौबत आ जाती है। कई बार हैलमेट न पहने होने की दशा में वाहन चालको को अपनी जान भी गवांनी पड़ी है।
आरटीओ में लाइसेंस बनवाने, रिन्युवल, टैक्स जमा कराने, वाहन ट्रासंफर करवाने के साथ अन्य कामो के लिए लोग यहां आते है और अधिकांश लोग बिना हैलमेट के आते है। ऐसे में आरटीओ द्वारा यह निर्णय लिया गया था कि कार्यालय में आने वाले दुपहिया वाहनो को उनके चालक द्वारा हैलमेट का प्रयोग न किये जाने पर प्रवेश नही दिया जायेगा। इस निर्देश के पालन के लिए पीटीओ विनोद कुमार शुक्ला व उनकी टीम की ड्यूटी भी लगायी गयी थी। कुछ समय तो इस निर्देश का पालन ठीक से किया गया लेकिन समय बीतने के साथ फिर पहले जैसा हो गया है। कभी-कदार भले ही सख्ती दिखाई देती हो लेकिन आज भी अधिकांश लोग बिना हैलमेट के आरटीओ कार्यालय में प्रवेश कर रहें है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें